अगस्त की उमस में क्या पहनें? रोज़मर्रा के लिए सबसे सुकूनदायक कपड़े
अगस्त का महीना भारत में नमी और बरसात से भरा होता है। ऐसे मौसम में अगर आपने गलत कपड़े चुन लिए, तो पूरा दिन चिपचिपाहट, पसीना और बेचैनी में गुज़र सकता है। यही वजह है कि अगस्त में रोज़मर्रा के पहनावे में कपड़े का चुनाव बेहद सोच-समझकर करना चाहिए।आपकी आसानी के लिए हमने नीचे बहुत ज़रूरी बात बताई है स्टेप by स्टेप बहुत ही डिटेल में लिखा गया।
1. अगस्त के महीने में कौन सा कपड़ा पहनना चाहिए?
अगस्त का महीना भारत में मानसून सीजन का समय होता है। इस मौसम में गर्मी, उमस और अचानक होने वाली बारिश – तीनों परेशानियां साथ आती हैं। ऐसे में कपड़े चुनते वक्त सिर्फ फैशन नहीं, बल्कि आराम और मौसम के हिसाब से सूट करने वाले फैब्रिक का चुनाव ज़रूरी होता है।
इस मौसम में सबसे बेहतर विकल्प होता है कॉटन (Cotton)। कॉटन त्वचा को सांस लेने की सुविधा देता है, पसीना सोखता है और स्किन को फ्रेश बनाए रखता है। इसके अलावा लाइट वेट लिनन, रेयॉन, और कुछ मॉडल फैब्रिक भी इस मौसम में अच्छा काम करते हैं क्योंकि ये जल्दी सूखते हैं और स्किन फ्रेंडली होते हैं।
अगस्त में नमी और उमस अधिक होती है, इसलिए भारी और सिंथेटिक कपड़े जैसे पॉलिएस्टर या नायलॉन से दूरी बनाना बेहतर है। ये कपड़े पसीना रोकते हैं और शरीर पर चिपकते हैं, जिससे रैशेज़ और खुजली की समस्या हो सकती है।
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फैशन टिप: अगस्त में हल्के रंगों के ढीले-ढाले कपड़े, जैसे कुर्ता-पायजामा, लूज़ शर्ट्स, पलाज़ो, और लाइट ड्रेसस पहनें। इससे न सिर्फ आप कूल दिखेंगे, बल्कि आराम भी महसूस करेंगे।
👉 इसलिए अगस्त में हमेशा मौसम के मिजाज को देखते हुए कॉटन और लिनन जैसे breathable fabrics का चयन करें – यही होगा आपके शरीर और स्टाइल दोनों के लिए फायदेमंद।
2. मानसून सीजन में सबसे अच्छा फैब्रिक कौन सा है?
मानसून का मौसम अपनी नमी, अचानक बारिश और उमस भरे वातावरण के लिए जाना जाता है। ऐसे में फैब्रिक का सही चुनाव न सिर्फ स्टाइल बल्कि सेहत और सुविधा दोनों के लिए ज़रूरी हो जाता है।
इस मौसम के लिए सबसे बेहतरीन और भरोसेमंद फैब्रिक है – कॉटन (Cotton)। यह न सिर्फ पसीना जल्दी सोख लेता है, बल्कि स्किन को सांस लेने देता है, जिससे चिपचिपाहट और रैशेज़ से राहत मिलती है। कॉटन के अलावा लिनन (Linen) भी एक बेहतरीन विकल्प है क्योंकि यह हल्का, जल्दी सूखने वाला और शरीर पर बहुत आरामदायक होता है।
अगर आपको स्टाइल और मॉडर्न लुक चाहिए तो आप रेयॉन (Rayon) और मलमल जैसे फैब्रिक्स को भी आजमा सकते हैं। ये कपड़े बहुत सॉफ्ट होते हैं और बारिश में जल्दी सूख जाते हैं, जिससे आपको बार-बार कपड़े बदलने की परेशानी नहीं होती।
ध्यान दें: मानसून में पॉलिएस्टर, नायलॉन, या किसी भी प्रकार के भारी सिंथेटिक फैब्रिक्स से बचें। ये फैब्रिक स्किन पर चिपकते हैं और गर्मी के साथ नमी मिलकर स्किन इरिटेशन का कारण बन सकते हैं।
👕 फैशन में रहकर भी आरामदायक महसूस करना है तो मानसून के लिए ढीले, लाइटवेट, breathable और जल्दी सूखने वाले फैब्रिक ही चुनें।
👉 इसलिए अगली बार जब बादल बरसने लगें, तो अपने वॉर्डरोब में सिर्फ फैशन नहीं, फैब्रिक की समझ भी साथ रखें
3. अगस्त में कॉटन कपड़े पहनने के फायदे
अगस्त का महीना बारिश, उमस और कभी-कभी चुभती हुई गर्मी का मिश्रण होता है। ऐसे में कॉटन कपड़े सबसे अच्छा और सेहतमंद विकल्प माने जाते हैं। ये सिर्फ दिखने में हल्के नहीं होते, बल्कि पहनने में भी बेहद आरामदायक होते हैं।
सबसे पहला फायदा है – स्किन फ्रेंडली होना। कॉटन प्राकृतिक फाइबर से बना होता है, जो स्किन को सांस लेने देता है और पसीना तुरंत सोख लेता है। अगस्त में जब पसीना और बारिश दोनों साथ हों, तब कॉटन कपड़े स्किन पर बिल्कुल भी चिपकते नहीं और आपको फ्रेश महसूस कराते हैं।
दूसरा बड़ा फायदा है – एलर्जी और रैशेज से बचाव। मानसून की नमी और गंदगी से अक्सर स्किन इरिटेशन होती है, लेकिन कॉटन पहनने से हवा आसानी से पास होती है और बैक्टीरिया पनपने का खतरा कम होता है।
तीसरा फायदा है – मेंटेनेंस आसान होता है। कॉटन कपड़े जल्दी सूख जाते हैं, धोने में आसान होते हैं और कई बार बिना इस्त्री किए भी अच्छे लगते हैं।
स्टाइल की बात करें तो आजकल बाजार में ढेरों डिज़ाइनों में कॉटन कुर्ता, टी-शर्ट, टॉप, प्लाज़ो, शर्ट आदि आसानी से मिल जाते हैं। यानी आप आराम के साथ स्टाइलिश भी दिख सकते हैं।
👉 इसलिए अगस्त में अगर आप कंफर्ट, हाइजीन और स्मार्ट लुक – तीनों एक साथ चाहते हैं, तो कॉटन कपड़े सबसे समझदारी भरा चुनाव होंगे।
4. बारिश के मौसम में पहनने योग्य हल्के कपड़े कौन से हैं?
बारिश का मौसम यानी नमी, कीचड़, भीगने का डर और कपड़ों की बार-बार धुलाई। ऐसे में कपड़ों का सही चुनाव बहुत ज़रूरी हो जाता है। अगस्त में जब मानसून चरम पर होता है, तब हल्के, जल्दी सूखने वाले और स्किन को सांस लेने देने वाले कपड़े ही पहनना समझदारी होती है।
1. कॉटन: सबसे पहली पसंद तो हमेशा कॉटन ही रहेगी। ये हल्का होता है, पसीना सोखता है और जल्दी सूख जाता है। मानसून में अगर कोई भरोसेमंद फैब्रिक है, तो वो यही है।
2. लिनन: यह भी एक हल्का और ब्रीदेबल फैब्रिक है, जो खासकर उमस वाले मौसम के लिए शानदार है। यह स्टाइलिश भी होता है और फॉर्मल से लेकर कैज़ुअल हर मौके पर फिट बैठता है।
3. रेयॉन (Rayon): यह सिंथेटिक होते हुए भी हल्का और सॉफ्ट होता है। रेयॉन की खास बात ये है कि यह शरीर से चिपकता नहीं और जल्दी सूख जाता है, जिससे बारिश के मौसम में आराम बना रहता है।
4. जॉर्जेट और क्रेप: ये दोनों फैब्रिक भी हल्के, फॉल वाले और स्टाइलिश होते हैं। हालांकि थोड़े सिंथेटिक होते हैं, लेकिन वज़न में हल्के होने के कारण बारिश के समय अच्छे रहते हैं।
⚠️ जिन कपड़ों से बचना चाहिए: डेनिम, भारी वूलन, और मोटे सिंथेटिक फैब्रिक्स – ये बारिश में भीगने पर बहुत देर तक गीले रहते हैं और स्किन में चुभन पैदा करते हैं।
👉 तो अगस्त में बारिश का मज़ा लेना है तो हल्के, breathable और जल्दी सूखने वाले कपड़े ही चुनें।
5. अगस्त में रेयॉन और विस्कोस कपड़े पहनना कैसा होता है?
अगस्त का महीना यानी बरसात, उमस और पसीना — ऐसे में फैब्रिक का चुनाव सोच-समझकर करना पड़ता है। इस मौसम में रेयॉन (Rayon) और विस्कोस (Viscose) जैसे फैब्रिक काफी चर्चा में रहते हैं। लेकिन सवाल ये है – क्या ये सच में मानसून फ्रेंडली हैं?
रेयॉन एक आर्टिफिशियल फैब्रिक है जो नेचुरल सेल्युलोज से तैयार होता है। यह बेहद हल्का, मुलायम और स्किन पर ठंडक देने वाला होता है। इसकी खास बात यह है कि यह दिखने में रिच लगता है लेकिन पहनने में कॉटन जितना आरामदायक होता है। बरसात के मौसम में रेयॉन जल्दी सूख जाता है, और पसीने को बहुत अच्छे से हैंडल करता है।
विस्कोस को 'आर्टिफिशियल सिल्क' भी कहा जाता है। यह थोड़ा चमकदार, स्लिक और ड्रेपी होता है। इसकी खासियत यह है कि यह शरीर पर फिट नहीं चिपकता, जिससे उमस में भी फ्रेश फील आता है। गर्म और नमी वाले मौसम में यह आपकी स्टाइल को बरकरार रखते हुए कंफर्ट भी देता है।
पर एक सावधानी जरूरी है: अगर बहुत तेज बारिश हो जाए और ये कपड़े पूरी तरह भीग जाएं, तो ये थोड़ा भारी महसूस हो सकते हैं। इसलिए इन्हें तब ही पहनें जब मौसम थोड़ा साफ हो, या जब आपको लंबा समय बाहर नहीं रहना है।
रेयॉन और विस्कोस अगस्त के लिए एक अच्छा फैशन-फ्रेंडली ऑप्शन हैं, बस इन्हें सही मौके और मौसम में पहनें।
6. उमस भरे अगस्त में कौन से कपड़े पसीना नहीं पकड़ते?
अगस्त का महीना अपने साथ लाता है उमस, पसीना और चिपचिपाहट — ऐसे में फैब्रिक का चुनाव स्टाइल से ज़्यादा कंफर्ट को ध्यान में रखकर करना चाहिए। अब सवाल उठता है – ऐसे कौन से कपड़े हैं जो पसीना कम पकड़ते हैं और दिनभर सुकून देते हैं?
1. कॉटन (Cotton):
सबसे भरोसेमंद कपड़ा। कॉटन में मौजूद नेचुरल फाइबर्स पसीने को जल्दी सोख लेते हैं और शरीर को ठंडक पहुंचाते हैं। यह त्वचा को सांस लेने देता है और एलर्जी या जलन से भी बचाता है।
2. लिनन (Linen):
लिनन की बनावट खुली होती है, जिससे हवा का प्रवाह अच्छा बना रहता है। यह कपड़ा न केवल हल्का होता है, बल्कि बहुत जल्दी सूख भी जाता है, जो उमस भरे मौसम में बहुत काम आता है।
3. बैंबू फैब्रिक (Bamboo Fabric):
यह नई तकनीक से बना एक इको-फ्रेंडली फैब्रिक है जो एंटी-बैक्टीरियल होता है और पसीना जल्दी सूखने देता है। इसकी सॉफ्टनेस कॉटन से भी ज़्यादा होती है।
4. मस्क्लिन या मसलिन (Muslin):
यह पारंपरिक और हल्का भारतीय कपड़ा है जो गर्मी और उमस दोनों के लिए बढ़िया होता है। यह स्किन पर बहुत सॉफ्ट लगता है और जल्दी सूखता है।
इन सभी फैब्रिक्स की खास बात यह है कि ये नमी को सोखकर आपको दिनभर फ्रेश और स्टाइलिश बनाए रखते हैं।
तो अगस्त में अगर आप चाहते हैं कि पसीना आपके मूड को ना बिगाड़े, तो ये कपड़े जरूर ट्राय करें।
7. बारिश के मौसम में कौन से फैब्रिक जल्दी सूखते हैं?
अगस्त का महीना यानी बारिश की फुल फॉर्म में एंट्री! ऐसे में कपड़े धोने और सुखाने दोनों में ही दिक्कतें आने लगती हैं। कई बार कपड़े देर तक गीले रहते हैं, उनमें बदबू आने लगती है या फफूंदी सी महक आ जाती है। ऐसे हालात में सवाल उठता है – कौन से कपड़े बारिश के मौसम में जल्दी सूखते हैं?
1. पॉलिएस्टर (Polyester):
यह सिंथेटिक फैब्रिक बहुत तेजी से सूखता है। पानी को जल्दी छोड़ता है और लो ह्यूमिडिटी में भी जल्दी ड्राय हो जाता है। बारिश में सफर करने वाले लोगों के लिए ये फैब्रिक बेहद काम का होता है।
2. नायलॉन (Nylon):
नायलॉन भी एक हल्का और फुर्तीला कपड़ा है जो पानी सोखने की बजाय उसे बहा देता है। इसलिए ये फैब्रिक बारिश के दौरान पहनने या पैक करने के लिए एकदम परफेक्ट है।
3. रेयॉन (Rayon):
हल्का, मुलायम और जल्दी सूखने वाला ये फैब्रिक बरसात में आपको आराम भी देगा और कपड़े जल्दी सुखा भी देगा। बस इसे छांव में सुखाना ज़रूरी है।
4. लिनन (Linen):
लिनन की खूबी है इसकी खुली बुनाई। इससे हवा अंदर बाहर आसानी से जाती है और कपड़ा तेजी से सूखता है। बारिश के मौसम के लिए बढ़िया ऑप्शन।
छोटा-सा टिप:
बारिश में ऐसे फैब्रिक चुनें जो हवादार, हल्के और जल्दी सूखने वाले हों – ताकि हर दिन ताजगी बनी रहे।
अब अगली बार बारिश हो तो टेंशन नहीं, बस सही फैब्रिक चुनें और मुस्कराते रहें!
8. अगस्त में ऑफिस जाने के लिए कौन से फॉर्मल कपड़े पहनें?
अगस्त का मौसम बारिश और उमस से भरपूर होता है। ऐसे में जब बात ऑफिस जाने की हो, तो स्टाइल और कंफर्ट का बैलेंस बनाना बहुत ज़रूरी हो जाता है। आप ऐसा कुछ पहनना चाहेंगे जो दिखने में प्रोफेशनल लगे, लेकिन साथ ही पसीने और बारिश दोनों से राहत भी दे।
सबसे पहले बात करते हैं फैब्रिक की:
इस मौसम में कॉटन, लाइट वेट लिनन और ब्लेंडेड फैब्रिक सबसे बढ़िया माने जाते हैं। ये हल्के होते हैं, स्किन को ब्रीद करने देते हैं और जल्दी सूख भी जाते हैं – यानी पसीना हो या बारिश की छींटें, ये कपड़े आपको जल्दी राहत देते हैं।
अब बात करें स्टाइल की:
– पुरुषों के लिए हल्के रंग की कॉटन शर्ट और स्लिम फिट ट्राउज़र परफेक्ट रहते हैं।
– महिलाएं लाइट कलर कुर्ती और पलाज़ो या कॉटन साड़ी पहन सकती हैं।
– डार्क कलर से बचें क्योंकि बारिश में गीले कपड़े दाग दिखा सकते हैं।
कुछ स्मार्ट टिप्स:
- साथ में वॉटरप्रूफ जैकेट या लाइटवेट रेन कोट जरूर रखें।
- बैग में एक्स्ट्रा सॉक्स और हैंकी रखिए, काम आएंगे।
- शूज़ की जगह फॉर्मल रबर सोल सैंडल्स या वॉटर रेजिस्टेंट शूज़ पहनें।
ऑफिस लुक को अगस्त की बारिश बिगाड़े नहीं – बस स्मार्ट फैब्रिक और सही आउटफिट का चुनाव करें।
9. उमस भरे मौसम में कौन सा कपड़ा स्किन को चिपकता नहीं है?
अगस्त में जब बारिश के साथ-साथ उमस भी बढ़ जाती है, तब सबसे ज़्यादा दिक्कत होती है चिपचिपे कपड़ों से। ऐसा लगता है जैसे कपड़ा स्किन से चिपक गया हो, और हरकत करना भी मुश्किल हो जाए। ऐसे में सही फैब्रिक चुनना बेहद ज़रूरी हो जाता है ताकि दिनभर ताजगी बनी रहे और पसीने की चिपचिपाहट से राहत मिले।
तो आखिर कौन सा कपड़ा है जो स्किन से नहीं चिपकता?
1. कॉटन (Cotton)
कॉटन सबसे भरोसेमंद विकल्प है। यह पसीना आसानी से सोखता है, हवा को पास होने देता है और स्किन से चिपकता नहीं। खासकर लूज फिटिंग वाली कॉटन टीशर्ट्स या कुर्ते इस मौसम के लिए बेस्ट हैं।
2. लिनन (Linen)
लिनन एक प्रीमियम और ठंडक देने वाला फैब्रिक है। यह बहुत ही लाइट होता है और स्किन को अच्छी तरह ब्रीद करने देता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये स्किन से बिलकुल नहीं चिपकता और आपको देता है फ्री मूवमेंट।
3. रेयॉन (Rayon)
रेयॉन दिखने में सिल्क जैसा लगता है, लेकिन यह गर्मी और उमस में एक बढ़िया ऑप्शन है। यह बहुत हल्का होता है और स्किन को रिलैक्स फील देता है।
4. खादी (Khadi)
खादी पारंपरिक होते हुए भी आज के फैशन में खूब चलन में है। इसकी बनावट थोड़ी खुरदरी होती है जिससे यह स्किन से दूरी बनाए रखता है। उमस में यह बहुत आरामदायक रहता है।
किन कपड़ों से बचें?
– सिंथेटिक जैसे पॉलिएस्टर, नायलॉन या जॉर्जेट जैसे कपड़े उमस में पसीना और बदबू बढ़ा सकते हैं। ये स्किन से चिपकते हैं और रैशेज का कारण भी बन सकते हैं।
क्या ध्यान रखें:
- टाइट कपड़े पहनने से बचें।
- ढीले और खुले डिज़ाइन वाले आउटफिट चुनें।
- हल्के रंग ज्यादा गर्मी नहीं पकड़ते।
☀️ इस अगस्त में जब उमस आपको परेशान करे, तो सही फैब्रिक से अपनी स्किन को राहत दें और दिनभर बने रहें कूल और कॉन्फिडेंट!
10. बारिश के मौसम में सूती कपड़े कितने फायदेमंद होते हैं?
बारिश का मौसम सुनने में जितना प्यारा लगता है, असल में उतना ही चैलेंजिंग भी हो सकता है – खासकर कपड़ों के मामले में। भीगने का डर, उमस की परेशानी, स्किन से चिपकने वाला फैब्रिक – ये सब चीजें रोज़ की टेंशन बन जाती हैं। ऐसे में अगर कोई कपड़ा है जो आपको राहत दे सकता है, तो वो है – सूती कपड़ा यानी कॉटन।
क्यों फायदेमंद हैं सूती कपड़े?
1. तेज़ी से पसीना सोखता है
बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी (उमस) बहुत ज्यादा होती है, जिससे बार-बार पसीना आता है। कॉटन पसीने को तुरंत सोख लेता है और आपकी बॉडी को ठंडक और आराम का अहसास कराता है।
2. स्किन फ्रेंडली होता है
सूती कपड़ा बिल्कुल नैचुरल होता है, यानी केमिकल फ्री और एलर्जी-फ्री। यह स्किन को सांस लेने की जगह देता है और रैशेज या खुजली से बचाता है – जो बारिश में आम समस्या होती है।
3. स्किन से चिपकता नहीं है
बारिश में कई बार कपड़े भीग जाते हैं और स्किन से चिपकने लगते हैं। लेकिन कॉटन की खास बात ये है कि ये लूज रहता है और भीगने पर भी उतनी परेशानी नहीं देता।
4. धोने और सुखाने में आसान
बारिश में जब कपड़े जल्दी नहीं सूखते, तब कॉटन राहत देता है क्योंकि यह आसानी से धुल जाता है और सही हवा मिलने पर जल्दी सूख भी जाता है।
5. फैशन और आराम – दोनों में बेस्ट
कॉटन ना सिर्फ आरामदायक होता है, बल्कि आजकल इसमें स्टाइलिश डिज़ाइन्स भी मिलते हैं – कुर्ता, कुर्तियां, टी-शर्ट, टॉप्स, सब कुछ।
क्या सावधानी रखें?
- बहुत मोटा कॉटन लेने से बचें क्योंकि वह देर से सूखता है।
- कोशिश करें हल्के और लाइट कलर वाले कॉटन पहनें ताकि गर्मी कम लगे।
- गीले कपड़े तुरंत बदलें नहीं तो स्किन प्रॉब्लम हो सकती है।
तो इस मॉनसून सीजन में सूती कपड़ों को अपनाइए – आराम भी मिलेगा और स्टाइल भी बरकरार रहेगा!
11. बरसात में सिंथेटिक कपड़े पहनना सही है या नहीं?
बरसात का मौसम आते ही हर कोई यही सोचता है कि कौन से कपड़े पहनें जो भीगने पर परेशानी ना दें और जल्दी सूख भी जाएं। ऐसे में अक्सर लोग सिंथेटिक कपड़ों का नाम लेते हैं। लेकिन सवाल उठता है – क्या वाकई में बारिश के मौसम में सिंथेटिक कपड़े पहनना सही है?
सबसे पहले समझें – सिंथेटिक कपड़े क्या होते हैं?
सिंथेटिक कपड़े जैसे नायलॉन, पॉलिएस्टर, रेयॉन आदि कृत्रिम रूप से बनाए जाते हैं। ये फैब्रिक हल्के, मजबूत और जल्दी सूखने वाले होते हैं, लेकिन इनमें कुछ कमियां भी होती हैं, खासकर जब मौसम उमस भरा हो।
सिंथेटिक कपड़ों के फायदे – बारिश में क्यों पहन सकते हैं?
1. जल्दी सूख जाते हैं
अगर आप बारिश में भीग भी जाएं तो सिंथेटिक कपड़े सूती कपड़ों के मुकाबले जल्दी सूख जाते हैं। यह तब फायदेमंद होता है जब आपको बाहर काम करना हो या ऑफिस जाना हो।
2. दाग कम लगते हैं
सिंथेटिक कपड़ों पर कीचड़ या पानी के दाग जल्दी नहीं चिपकते और अगर लग भी जाएं तो आसानी से धुल जाते हैं।
3. हल्के और स्टाइलिश होते हैं
इनमें ढेर सारे डिज़ाइन, कलर और पैटर्न मिलते हैं, जो फैशन के शौकीनों को खूब पसंद आते हैं।
लेकिन सावधान! इन बातों का रखें ध्यान:
1. स्किन से चिपकते हैं
जब सिंथेटिक कपड़े भीगते हैं तो ये शरीर से चिपकने लगते हैं जिससे घुटन और चिपचिपाहट होती है।
2. स्किन प्रॉब्लम का खतरा
गर्म और उमस वाले मौसम में यह कपड़ा पसीना नहीं सोखता, जिससे स्किन में रैशेज या फंगल इन्फेक्शन हो सकते हैं।
3. सांस नहीं लेने देता स्किन को
अगर आपको ज्यादा देर तक बाहर रहना हो तो सिंथेटिक कपड़े पहनना परेशानी पैदा कर सकता है।
12. बारिश में डेनिम (जींस) पहनना फायदेमंद है या नहीं?
बारिश का मौसम शुरू होते ही हम सभी को अपने कपड़ों के चुनाव में सावधानी बरतनी पड़ती है। ऐसे में एक बड़ा सवाल ये भी उठता है – क्या इस मौसम में जींस पहननी चाहिए या नहीं? चलिए जानते हैं, डेनिम कपड़े की सच्चाई और बारिश में इसे पहनना फायदेमंद है या नुकसानदेह।
डेनिम क्या है?
डेनिम एक मोटा और मजबूत कपड़ा होता है, जिससे जींस, जैकेट, और शर्ट्स बनाए जाते हैं। यह आमतौर पर कॉटन और कभी-कभी थोड़े-बहुत सिंथेटिक फाइबर के मिक्स से बनता है।
बारिश में जींस पहनने के फायदे:
1. मजबूत और टिकाऊ
डेनिम कपड़ा बहुत ही मजबूत होता है। अगर आप बाहर निकल रहे हैं और हल्की बारिश हो जाए, तो कपड़ा जल्दी फटेगा नहीं या खराब नहीं होगा।
2. स्टाइलिश लुक
चाहे मौसम कोई भी हो, जींस का फैशन कभी आउट नहीं होता। अगर आप बारिश में भी स्टाइल में दिखना चाहते हैं तो जींस अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
3. सर्दी से थोड़ी सुरक्षा
बरसात के साथ अगर मौसम ठंडा भी हो रहा है, तो डेनिम थोड़ी गर्मी बनाए रखता है और आपको ठंडी हवा से कुछ हद तक बचा सकता है।
लेकिन ध्यान रखें ये कमियां:
1. भीगने पर भारी हो जाती है
डेनिम भीगने पर बहुत भारी हो जाती है। अगर आपको पैदल चलना हो या बाइक से जाना हो, तो ये कपड़ा आपको परेशान कर सकता है।
2. बहुत देर में सूखती है
अगर आपकी जींस बारिश में पूरी तरह भीग गई तो उसे सूखने में घंटों लग जाते हैं, और तब तक पहनना बेहद असहज हो सकता है।
3. स्किन इन्फेक्शन का रिस्क
गीली डेनिम त्वचा से चिपकती है, जिससे फंगल इंफेक्शन और रैशेज हो सकते हैं – खासकर अगर आपने इसे लंबे समय तक पहना।
13. बरसात में कपड़ों की देखभाल कैसे करें?
बारिश का मौसम जहां एक तरफ ठंडक और राहत लाता है, वहीं दूसरी तरफ कपड़ों की देखभाल एक बड़ी टेंशन बन जाती है। कपड़े जल्दी सूखते नहीं, गंध आने लगती है, और फंगल दाग भी पड़ सकते हैं। ऐसे में सही देखभाल जरूरी है ताकि आपके कपड़े लंबे समय तक अच्छे बने रहें।
1. गीले कपड़ों को तुरंत न फेंकें
बारिश में भीग जाने के बाद कपड़े अक्सर लोग कहीं कोने में फेंक देते हैं, जो बहुत बड़ी गलती है। इससे कपड़ों में सीलन, बदबू और फफूंदी लग जाती है। भीगे कपड़ों को तुरंत सूखने के लिए फैला दें, भले ही धूप न हो।
2. हल्के डिटर्जेंट का इस्तेमाल करें
इस मौसम में कपड़े ज्यादा गंदे नहीं होते लेकिन नमी की वजह से उनमें गंध आ जाती है। ऐसे में बहुत तेज डिटर्जेंट इस्तेमाल न करें। हल्का और एंटीबैक्टीरियल डिटर्जेंट बेहतर रहेगा।
3. वॉशिंग मशीन में स्पिन मोड ज़रूर यूज़ करें
अगर आप वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल करते हैं तो "Spin" मोड में कपड़ों को ज़रूर चलाएं ताकि उनमें से ज़्यादा से ज़्यादा पानी निकल जाए और वे जल्दी सूख सकें।
4. धूप नहीं तो पंखा या ड्रायर का सहारा लें
अगर बाहर धूप नहीं है तो कपड़ों को घर के अंदर पंखे के नीचे या रूम हीटर/ड्रायर के पास सूखा सकते हैं। कोशिश करें कि कपड़े फैलाकर सुखाएं, न कि गड्डी बनाकर।
5. कपड़ों में खुशबू बनाए रखने के लिए
बरसात में कपड़ों से अक्सर अजीब सी गंध आती है। इसे दूर करने के लिए कपड़ों के साथ लॉन्ड्री परफ्यूम शीट्स या कुछ बूंदें एसेंशियल ऑयल की डाली जा सकती हैं। इससे कपड़े ताजगी भरे और फ्रेश महसूस होते हैं।
6. नमी वाली जगह पर कपड़े न रखें
जो कपड़े आपने पहनने के लिए रखे हैं, उन्हें कभी भी नमी वाली जगह या बंद अलमारी में न रखें। ऐसे में उनमें बदबू और फंगस लगने की संभावना बढ़ जाती है।
14. बारिश के लिए बेस्ट अंडरगारमेंट्स कौन से होते हैं?
बरसात का मौसम सिर्फ बाहरी कपड़ों की नहीं, बल्कि अंडरगारमेंट्स (अंतर्वस्त्रों) की भी सही समझदारी मांगता है। क्योंकि इस मौसम में नमी, पसीना और गंदगी से त्वचा पर एलर्जी या इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में अगर आपने सही अंडरगारमेंट्स नहीं पहने, तो स्किन इरिटेशन, बदबू और फंगल इंफेक्शन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
1. कॉटन है सबसे बेहतर विकल्प
बरसात में कॉटन (Cotton) अंडरगारमेंट्स सबसे सही माने जाते हैं। ये स्किन-फ्रेंडली होते हैं, जल्दी सूख जाते हैं और पसीना सोख लेते हैं। खासकर जब मौसम उमस भरा हो, तब कॉटन आपके शरीर को ठंडक और आराम देता है।
2. सिंथेटिक या नायलॉन से बचें
बारिश में नायलॉन या सिंथेटिक मटेरियल के अंडरगारमेंट्स से दूरी बनाए रखें। ये कपड़े पसीना अंदर रोकते हैं, जिससे रैशेज और खुजली हो सकती है। साथ ही, अगर भीग जाएं तो जल्दी सूखते नहीं और बदबू भी आने लगती है।
3. हल्के और सादा डिज़ाइन चुनें
बरसात के मौसम में हेवी लेस, पैडेड या टाइट फिटिंग अंडरगारमेंट्स से परहेज करें। ये नमी में और परेशान करते हैं। हल्के, सिंपल और अच्छी फिटिंग वाले अंडरगारमेंट्स पहनें जो त्वचा को सांस लेने दें।
4. रोजाना बदलें और अच्छे से सुखाएं
इस मौसम में अंडरगारमेंट्स को रोज़ाना बदलना बेहद जरूरी है। कभी भी गीले या अधसूखे अंडरवियर पहनना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। अगर धूप नहीं है, तो पंखे या हेयर ड्रायर की मदद से उन्हें अच्छी तरह सुखाएं।
5. एंटीबैक्टीरियल अंडरगारमेंट्स भी हैं विकल्प
आजकल मार्केट में एंटीबैक्टीरियल अंडरगारमेंट्स भी मिलते हैं जो खासतौर पर नमी और बैक्टीरिया से लड़ने के लिए बनाए जाते हैं। अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो ये एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
15. अगस्त में डेली वियर के लिए सबसे आरामदायक कपड़े कौन से हैं?
अगस्त का महीना भारत में आमतौर पर बरसात और उमस से भरा होता है। ऐसे में डेली वियर के लिए ऐसा कपड़ा चुनना ज़रूरी है जो न सिर्फ हल्का और आरामदायक हो, बल्कि आपकी त्वचा को राहत भी दे। इस समय ऐसे कपड़े सबसे सही रहते हैं जो जल्दी सूख जाएं, पसीना न रोकें और स्किन-फ्रेंडली हों।
कॉटन अगस्त के लिए सबसे बेहतर कपड़ों में से एक है। यह न सिर्फ नेचुरल होता है, बल्कि बहुत ही breathable और soft भी होता है। दिनभर की भागदौड़ में यह कपड़ा आपकी बॉडी को ठंडा और सुकूनदायक रखता है। अगर ऑफिस, कॉलेज या रोज़मर्रा की मार्केटिंग के लिए बाहर जाना हो, तो हल्के रंग का कॉटन कुर्ता, शर्ट या टॉप शानदार चॉइस हो सकता है।
इसके अलावा रेयॉन भी अगस्त के महीने में बहुत पसंद किया जाता है। रेयॉन हल्का होता है और इसकी टेक्सचर काफी smooth और ठंडी होती है, जो उमस भरे मौसम में राहत देती है। खासकर महिलाएं रेयॉन के कुर्ते या ड्रेस मटेरियल को डेली वियर में खूब पसंद करती हैं।
लिनन भी एक शानदार विकल्प है। यह थोड़ा महंगा ज़रूर होता है लेकिन हवा को पास करता है और आपकी त्वचा को चिपचिपाहट से बचाता है। खासतौर पर जो लोग गर्मी और नमी से जल्दी परेशान हो जाते हैं, उनके लिए लिनन एक प्रीमियम सॉल्यूशन है।
अगस्त में आपको ऐसे कपड़ों से बचना चाहिए जो सिंथेटिक हों जैसे कि पॉलिएस्टर, क्योंकि ये पसीना सोखने में कमज़ोर होते हैं और शरीर पर चिपकते हैं। इससे बैक्टीरियल इन्फेक्शन और स्किन रैशेज़ भी हो सकते हैं।
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